हिस्ट्रीशीटर बेटे ने जमीन विवाद में 83 वर्षीय पिता की गोली मारकर हत्या
Hapur : हापुड़ जनपद के बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव में शुक्रवार शाम दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। यहां हिस्ट्रीशीटर और दिल्ली पुलिस का भगोड़ा सिपाही अजीत ने अपने 83 वर्षीय पिता राममेहर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि पिता-पुत्र के बीच 17 बीघा जमीन को ठेके पर देने को लेकर विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ा कि अजीत ने शराब के नशे में तमंचे से गोली चला दी। मौके पर ही राममेहर की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही सीओ सिटी जितेंद्र शर्मा और थाना प्रभारी महेंद्र सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं पुलिस ने आरोपी अजीत की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित कर संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है। परिवारिक जानकारी के अनुसार, राममेहर सिंह अपने परिवार के साथ गांव में रहते थे। उनके तीन बेटे हैं। बड़ा बेटा प्रवीण मुरादाबाद में परिवार सहित रहता है, जबकि मंझले बेटे विनोद उर्फ पप्पू की लगभग 25 वर्ष पहले हत्या हो चुकी थी। सबसे छोटा बेटा अजीत अविवाहित है और लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। अजीत बाबूगढ़ थाने का हिस्ट्रीशीटर है और दिल्ली पुलिस का भगोड़ा सिपाही भी रह चुका है। उसके खिलाफ कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें 2006 में रालोद नेता बबली त्यागी की हत्या, व्यापारियों पर गोलीबारी और लूट, मुजफ्फरनगर व बुलंदशहर में हत्या के मामले, 2016 में हत्या का प्रयास और 2020 में बीबीनगर थाने में हत्या का मामला शामिल है। एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि पुलिस ने सभी आवश्यक साक्ष्य एकत्र कर लिए हैं और तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरोपी की जल्द गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।